Singraulia Sub Station : सिंगरौलिया में निर्माणाधीन 33/11 केवी सब स्टेशन बनकर तैयार हो गया है। गत दिवस जिले के प्रवास पर पहुंची प्रभारी मंत्री संपतिया उइके ने सब स्टेशन का लोकार्पण किया। इस सब स्टेशन को एक सप्ताह के अंदर विद्युत आपूर्ति के लिए तैयार कर लिया जायेगा। इस सब स्टेशन से 4552 उपभोक्ता यानिकि लगभग 25 हजार जनसंख्या को सुविधाजनक ढंग से गुणवत्तापूर्ण बिजली मिलेगी। सरकार की पुनरोत्थान वितरण क्षेत्र सुधार योजना यानि आरआरआरडीएस के तहत इस सब स्टेशन के निर्माण में 462 लाख रूपये खर्च किए गये हैं। इस सब स्टेशन के साथ ही 33 किमी 33 केवी लाइन का निर्माण, 11 किमी 11 केवी लाइन का निर्माण, 3 नग नये 11 केवी फीडरों का निर्माण भी किया गया है।
इस वर्ष मिला दूसरा सब स्टेशन
सब स्टेशन शुरू होने से आसपास के कई सब स्टेशनों को भी ओवरलोड होने की स्थितियों से बचाया जा सकेगा और मांग के अनुसार विद्युत आपूर्ति की जा सकेगी। इस वर्ष एमपीईबी को दो सब स्टेशन मिले हैं, जिसमें मार्च के महीने में वसंत विहार कॉलोनी सब स्टेशन को चालू किया गया था और इसी महीने सिंगरौलिया सब स्टेशन चालू हो गया है। दिन प्रतिदिन बढ़ते लोड के मद्देनजर कई वर्षों तक शहर को सुगम आपूर्ति के लिए ये स्टेशन काफी लाभप्रद होंगे।
इन क्षेत्रों को मिलेगी राहत
सिंगरौलिया सब स्टेशन से लगे हुए नगर पालिक निगम के वार्ड क्रमांक 43, 44 और 45 सहित आसपास की आवादी हिर्रवाह, सिंगरौलिया, पचौर, तेलाई, नौगढ़, पुलिस लाइन कॉलोनी, आरएंडआर कॉलोनी अमलोरी, भटवा, बिलौंजी और देवरा के उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी। अब तक कचनी, पचखोरा व अन्य सब स्टेशनों से जुड़े इन क्षेत्रों को सिंगरौलिया सब स्टेशन से जोड़ा जायेगा।
इनका कहना है
एक वर्ष से सिंगरौलिया में सब स्टेशन निर्माणाधीन था, जिसे कल प्रभारी मंत्री के द्वारा लोकार्पित कर दिया गया है । अधीक्षण अभियंता एसपी मिश्रा के निर्देशन में कार्य किया जा रहा है। एक सप्ताह के अंदर इस स्टेशन के सभी तीन फीडरों में लोड ले लिया जायेगा |- उपेन्द्र यादव, कार्यपालन अभियंता निर्माण
ट्रिपिंग व फाल्ट से भी मिलेगी निजात
सिंगरौलिया सब स्टेशन से विद्युत आपूर्ति शुरू हो जाने से लंबी लाइनों के कारण होने वाली ट्रिपिंग की समस्या में कमी आयेगी। इसके साथ ही किसी भी फाल्ट के मामले में कम समय में सुधार किया जा सकेगा। कई क्षेत्रों में लो वोल्टेज की समस्या आ रही थी, जो पूरी तरह से समाप्त हो जायेगी और गुणवत्तापूर्ण विद्युत मिल सकेगी। सब स्टेशन को विभागीय स्तर से चलाया जायेगा।