Singrauli is famous for which mineral : सिंगरौली जिला मध्य प्रदेश का एक औद्योगिक जिला है, मध्य प्रदेश का यह जिला खनिजों से भरा हुआ है आप सभी को बता दे की सिंगरौली कोयले के लिए मुख्य रूप से प्रसिद्ध है। सिंगरौली की कोयला खदानें भारत के साथ-साथ दुनिया की सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण खदानों में गिनी जाती हैं। यहां का कोयला उच्च गुणवत्ता वाला होता है, जो देश के विभिन्न ताप बिजली घरों में बिजली उत्पादन के लिए इस्तेमाल किया जाता है ।
आप सभी को बता दे की सिंगरौली का कोयला खनन उद्योग यहां की अर्थव्यवस्था का प्रमुख हिस्सा है। सिंगरौली को “भारत की ऊर्जा राजधानी” के नाम से भी जाना जाता है। सिंगरौली में कोयले के विशाल भंडार हैं, जो पूरे देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में मदद करते हैं। यहां का कोयला मुख्य रूप से तापीय विद्युत उत्पादन के लिए इस्तेमाल किया जाता है। सिंगरौली के कोयले की एक खास बात यह है कि यह “नॉन-कोकिंग कोल” होता है, जिसका उपयोग बिजली उत्पादन के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। यही कारण है कि सिंगरौली देश में ही नहीं बल्कि और भी कई देशों में प्रसिद्ध है।
सिंगरौली में स्थित है नॉर्दर्न कोलफील्ड लिमिटेड
सिंगरौली में कोयला खनन का काम कई सरकारी और निजी कंपनियों द्वारा किया जाता है। सरकार की एक प्रमुख कंपनी, नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (NCL), सिंगरौली में कोयला खनन करती है। इस कंपनी के पास सिंगरौली क्षेत्र में कई प्रमुख खदानें हैं, जैसे कि जयंत, बीना, और निगाही। ये खदानें भारत के कुल कोयला उत्पादन में महत्वपूर्ण योगदान देती हैं।
सिंगरौली में स्थित है का कई पावर प्लांट

आप सभी को बताते चले कि मध्य प्रदेश की सिंगरौली में में कई बड़े तापीय बिजली घर भी हैं, जो सिंगरौली के कोयले से बिजली का उत्पादन करते हैं। इनमें सासन अल्ट्रा मेगा पावर प्लांट और विंध्याचल तापीय बिजली घर जैसे बड़े पावर प्लांट शामिल हैं। आपको बता दे की सिंगरौली से उत्पन्न बिजली का इस्तेमाल न केवल सिंगरौली में किया जाता है बल्कि पूरे देश को बिजली प्रदान करते हैं। इन बिजली घरों में सिंगरौली का कोयला मुख्य रूप से इस्तेमाल किया जाता है.
हालांकि, कोयला खनन से सिंगरौली के लिए कई फायदे हैं, लेकिन इसके साथ कुछ पर्यावरणीय समस्याएं भी जुड़ी हुई हैं। बड़े पैमाने पर कोयला खनन के कारण वनों की कटाई, वायु प्रदूषण और जल प्रदूषण जैसी समस्याएं उत्पन्न हुई हैं और आने वाले समय में भी ऐसी कई समस्याएं उत्पन्न होने वाली है इसके अलावा, आसपास के क्षेत्रों के लोग भी इससे प्रभावित होते हैं। कई बार स्थानीय लोगों ने प्रदूषण और स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया है।
रोजगार के लिए सर्वश्रेष्ठ जगह है सिंगरौली
सिंगरौली के लोग मुख्य रूप से खनन और बिजली उत्पादन से जुड़ी गतिविधियों में काम करते हैं। यहां के कई लोग खदानों में काम करने के लिए अन्य राज्यों से आते हैं, खनन उद्योग के कारण सिंगरौली में मजदूरों की एक बड़ी संख्या है, सिंगरौली जिले में देश ही नहीं बल्कि अन्य देशों के लोग भी काम करने आते हैं सिंगरौली जिला मध्य प्रदेश का एक ऐसा जिला है जहां भारत के कोने-कोने से लोग काम के सिलसिले से आते हैं.
सिंगरौली में कोयला के अलावा पाए जाते हैं अन्य खनिज
आप सभी को बता दे की सिंगरौली में में कोयला खनन के अलावा कुछ अन्य खनिज भी पाए जाते हैं, जैसे कि चूना पत्थर (लाइमस्टोन) और बॉक्साइट। हालांकि, कोयला यहां का मुख्य खनिज है, जो क्षेत्र की समृद्धि का आधार है। इन खनिजों का उपयोग अन्य उद्योगों में होता है, लेकिन कोयला सबसे अधिक महत्वपूर्ण खनिज है। ऐसा माना जा रहा है कि भविष्य में सिंगरौली की अर्थव्यवस्था में बड़ा बदलाव होगा।
पर्यावरण संरक्षण पर किया जा रहा है काम
कोयला खनन की वजह से क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास की दिशा में भी काम किया जा रहा है। राज्य सरकार और स्थानीय संगठन विभिन्न पहलुओं पर काम कर रहे हैं ताकि खनन गतिविधियों के कारण होने वाले नुकसान को कम किया जा सके।