Singrauli News : शहर की सार्वजनिक जगहों पर हो या फिर होटलों और क्लबों में सभी जगहों पर अवैध रुप से शराबखोरी हो रही है। जिन स्थानों पर लाइसेंसी शराब दुकानें हैं, उनके आसपास शाम के समय खुलेआम शराब का सेवन करते हुए लोगों को देखा जा सकता है। इसी तरह से शहर में स्थित ज्यादातर होटलों, क्लबों आदि जगहों पर भी अवैध रुप से शराब पिलाने का धंधा भी खूब फल फूल रहा है। शासन के स्पष्ट निर्देश हैं कि सार्वजनिक जगहों पर शराब का सेवन न हो।
जिले में हैं सिर्फ तीन लाइसेंसधारी
होटल और बार मिलाकर जिले में तीन लोग ऐसे हैं जो बार का लाइसेंस लिए हुए हैं। लाइसेंसधारी होटल और बार रात 11 बजे तक शराब पिला सकते हैं। उसके बाद उनको भी शराब पिलाने की अनुमति नहीं है। जिले में तीन लाइसेंसधारी के अलावा किसी होटल, क्लब और विवाह घर में अगर शराब परोसी जा रही है तो वह गैर कानूनी है। शासन द्वारा शराब पिलाने के लिए एक दिन का लाइसेंस दिये जाने का भी प्रावधान है लेकिन जिले में शायद ही कोई होटल संचालक, क्लब संचालक व विवाह घर संचालक एक दिन का लाइसेंस लेता हो।
सरकार को लगा रहे राजस्व का चूना
बगैर लाइसेंस के जो लोग चोरी-छिपे आयोजनों में शराब पिलाने का काम कर रहे हैं वह सरकार को अच्छा खासा चूना लगा रहे हैं। क्योंकि एक होटल, क्लब, विवाह घर वाले अगर एक दिन का लाइसेंस लेते हैं तो उनको दस हजार रुपये की फीस जमा करनी पड़ेगी। तभी उनको एक दिन का लाइसेंस मिलेगा। फीस जमा करने के बाद वे संबंधी क्षेत्र की शराब दुकान से ही शराब क्रय करेंगे, लेकिन लाइसेंसी फीस न देना पड़े इसलिए कई होटल संचालक, क्लब व विवाह घर संचालक बगैर लाइसेंस लिए ही शराब पिलवा रहे हैं। सरकार को मिलने वाले राजस्व को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
ढ़ाबों में पिलाई जा रही शराब
होटल, क्लब, विवाहघर के अलावा शहर और आसपास के क्षेत्रों में स्थित ढाबों में भी अवैध रुप से शराब पिलाने की शिकायतें मिल रही हैं। सूत्रों की मानें तो शाम ढलते ही ढाबों में शराब परोसने का जो दौर चलता है, वह देर रात तक अनवरत जारी रहता है। कुछ दिन पहले आबकारी विभाग ने एक-दो ढाबों में अवैध शराब बेचने और पिलाने के खिलाफ कार्रवाई भी की थी। अवैध रूप से शराब पिलाने के मामले में लाइसेंसधारक कार्रवाई किए जाने के लिए कई बार आबकारी विभाग से शिकायत कर चुके हैं लेकिन शायद ही कभी आबकारी अमला होटलों, क्लबों, विवाहघरों की जांच करने पहुंचा हो।