सिंगरौली समाचार : सिंगरौली के नन्हा क्रिकेटर ने स्टेट टीम में बनाई जगह! जिले का नाम किया रोशन 

सिंगरौली समाचार : जहां चाह, वहीं ग्रह है। ये पंक्तियां जिले में एनसीएल की ब्लॉक-बी परियोजना की कॉलोनी में रहने वाले 13 साल के क्रिकेटर प्रमोद कुमार सिंह पर सटीक बैठती हैं। क्योंकि 13 साल की उम्र में जब बच्चे माता-पिता की छांव में रहते हैं, ऐसे में प्रमोद ने अपनी उम्र से अधिक के क्रिकेटरों के साथ क्रिकेट मैच खेलकर अपना लोहा मनवाया और डिवीजन व स्टेट की टीम में चयनित होने का गौरव भी हासिल किया। प्रमोद बॉलिंग करते हैं। यहां तक पहुंचने के लिये प्रमोद रोज ब्लॉक-बी परियोजना से निगाही ग्राउंड तक करीब 21 किमी की दूरी तय करके प्रैक्टिस करने जाते हैं। पिछले करीब तीन साल से क्रिकेट को लेकर प्रमोद का ये जुनून लगातार जारी है और क्रिकेट के लिए रोज इतनी लंबी दूरी करते हैं। प्रमोद का बस एक ही सपना है, जिसको साकार करने के लिये वह दिन-रात क्रिकेट को जीते हैं। उनका सपना इंडिया टीम से खेलना है।

रीवा डिवीजन से स्टेट टीम में जाने वाला इकलौता प्लेयर

वर्ष 2023-24 के दौरान प्रमोद का चयन स्टेट की अंडर-14 क्रिकेट टीम में हुआ था। उस टीम में चयनित होने काले प्रमोद पूरे रीवा डिवीजन से इकलौते खिलाड़ी थे। ऐसे में उसी दौरान उनकी इस काबिलियत के कायल क्रिकेटर्स व चयन कमेटी के लोग हो गये थे। ये चचर्चा भी होने लगी थी कि प्रमोद में भविष्य का एक असाधारण खिलाड़ी दिख रहा है।

टीम इंडिया की जर्सी पहनने का है सपना

प्रमोद कहते हैं कि उनका सपना है वह जल्द से जल्द टीम इंडिया के लिए खेलें, इसलिए वह रोज एनसीएल निगाही के ग्राउंड में प्रैक्टिस करते हैं। कोच आदि के द्वारा उन्हें काफी अच्छी कोचिंग दी जा रही है। प्रमोद सरस्वती शिशु मंदिर अमलोरी में कक्षा 7वीं के छात्र हैं। वह रोजाना सुबह ब्लॉक-बी से स्कूल आते हैं और फिर स्कूल की छुट्टी के बाद सीधे अमलोरी से निगाही ग्राउंड पहुंचते हैं, कहां घंटों देर तक प्रैक्टिस करते हुये पसीना बहाते हैं।

प्रमोद के जुनून को पूरा करने में परिजनों का सहयोग

प्रमोद के जुनून को देखकर उसे पूरा कराने के लिए उनके पिता बृजलाल सिंह व माता संगीता सिंह सहित दो बहनें भी भरपूर सहयोग देती हैं। प्रमोद के पिता ब्लॉक-ची में बतौर डंपर ऑपरेटर कार्यरत हैं और मां हाउस वाइफ हैं। प्रमोद के पिता कहते हैं कि ब्लॉक-बी में क्रिकेट ग्राउंड नहीं है, लेकिन रोज ब्लॉक-बी से निगाही तक आना-जाना आसान नहीं रहता है, हैवी वाहनों के कारण काफी भय भी लगता है। हालांकि बेटे के इस के जुजून को पूरा कराना अब एक प्रकार से मेरा भी सपना बन गया है, इसलिए हर मुश्किल का सामना करूंगा।

प्रमोद को टीम इंडिया तक पहुंचाने के प्रयास जारी

प्रमोद के कोच डीएस तोमर, सहायक कोच थी. किरण और डीसीए में चयन समिति के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह बताते हैं कि प्रमोद में होनहार बॉलर के सभी गुण हैं, इसलिए प्रमोद की प्रतिभा को निखारने के लिए वह सभी कोई कसर नहीं छोड़ रहे, क्योंकि उनके यहां का कोई बच्चा जब सफल होता है तो इससे उनका भी नाम होता है। प्रमोद से सभी को उम्मीदें हैं कि ये टीम इंडिया में खेलें और अपने साथ हम सब का भी नाम करें।

महज 1 रन खर्च कर 4 विकेट चटकाए कुल 3 मैचों में लिए 19 विकेट

इसी साल कुछ दिनों पहले रीवा में आयोजित अंडर-15 प्रतियोगिता में प्रमोद जिले की अंडर-15 टीम से खेलने गये थे। उस प्रतियोगिता में प्रमोद ने फाइनल मिलाकर कुल 3 मैच खेले, जिनमें उन्होंने कुल 19 विकेट लेकर सभी को चौंका दिया। उस दौरान प्रमोद अपनी फाइनल मैच की परफार्मेस से और भी अधिक सुर्खियों में आ गये थे, जब उन्होंने पहली पारी में महज 1 रन खर्च करके विरोध टीम के कुल 4 विकेट चटका दिये थे, दूसरी पारी में भी उन्होंने । विकेट लिया था।

LPG Rate : राशन कार्ड लाओ और ₹450 में LPG गैस सिलेंडर ले जाओ! जानिए किन लोगों का मिलेगा लाभ

Leave a Comment

सिंगरौली में है 13 रेलवे स्टेशन! सिंगरौली में रहकर भी नहीं जानते होंगे सभी का नाम सिंगरौली के इसी गुफा में रावण ने किया था मंदोदरी से विवाह ठंड के मौसम में सिंगरौली जिले के इन 8 जगहों का करें दीदार