Singrauli News : परसौना से गड़ाखाड़ तक लोक निर्माण विभाग द्वारा क्यों पहले सड़क का निर्माण कराया गया था। इस सड़क से माड़ा, रजमिलान के अलावा सई तक के सैकड़ों गांवों, कस्बों से लोगों का प्रतिदिन आना जाना होता है।
सड़क का उपयोग सबसे अधिक बंधौरा स्थित अडानी पावर प्लॉट द्वारा किया जाता है। लिहाजा कुछ साल पहले सड़क का मेटिनेस सहित अन्य काम एस्सार पावर को सौंप दिया गया था। एस्सार पावर को अब अडाणी ग्रुप द्वारा खरीद लिया गया है। उसके बाद से ही पिछले दो-तीन वर्षों के दौरान परसौना-गड़ाखाड़ मार्ग से कोयला, राखड़ परिवहन करने वाले वाहनों की संख्या में दो-तीन गुना बढ़ोत्तरी हो गई है, जिससे सड़क पूरी तरह से उखड़ चुकी है और जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो गये हैं। सड़क निर्माण को लेकर पिछले माह खुटार, रजमिलान सहित अन्य गांवों के लोगों ने आंदोलन करने की चेतवानी दी थी। चेतावनी के बाद सड़क की मरम्मत शुरु की गई लेकिन मरम्मत के कार्य में गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। लिहाजा खुटार, रजमिलान सहित अन्य गांवों के लोग एक बार फिर लामबंद होने लगे हैं और 27 नवंबर को चकाजाम करने की चेतावनी दी है।
राखड़ व कोल डस्ट से परेशान हैं लोग परसौना गडाखाड़ मार्ग में चलने वाले कोषला और राखड़ वाहनों से उड़ने वाली डस्ट से सड़क किनारे रहने वाले लोग परेशान हो उठे हैं। ग्रामीणों की मानें तो राखड़ व कोयला से ओवरलोड ट्रक जो सड़क पर चलते हैं, उनकी वजह से रातों की नीद हराम हो गई हैं। ओवरलोड राखड़ और कोयला वाहन चलने से पूरी सड़क में राखड़ व कोयले की डस्ट पर जमा हो जाती है। सड़क पर चौबीसों घंटे धूल का गुबार उड़ता रहता है। राखड़ व कोयले की डस्ट उड़कर सड़क किनारे बने घरों में पहुंचती है, जिसके चलते लोग दमा जैसी गंभीर बीमारी की चपेट में आ रहे हैं।
ओवरलोडिंग पर नहीं होती कार्रवाई
रहवासी क्षेत्र से गुजरने वाली सड़क से गुजरने वाले ओवरलोड राखड़ व कोयला वाहनों पर कभी कार्रवाई नहीं की जाती है। यही वजह है कि लोडिंग वाहन मनमाने तरीके से ओवरलोडिंग कर चलते हैं और वाहनों में लोड राखड़ सड़क पर गिरती है। वहीं राखड़ लोगों के घरों में पहुंच रही है। राखड़ व कोयले से होने वाले प्रदूषण को जांच आज तक प्रदूषण विभाग द्वारा नहीं की गई है। वहीं ओवर लोड वाहनों के खिलाफ पुलिस, खनिज विभाग और जिला प्रशासन द्वारा भी किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जा रही है।
27 नवंबर को जाम करेंगे रोड
स्थानीय निवासी गौरव सिंह गहरवार, लक्ष्मीनरायण, संतशरण शाह, गौरव शाह, मिथिलेश गुप्ता, अनिल शाह, राणाप्रताप सिंह सहित अन्य ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से शिकायत कर सड़क पर चलने वाले राखड़ व कोयला लोड वाहनों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि 26 नवंबर तक प्रदूषण और सड़क की मरम्मत को लेकर जिले के अधिकारी कोई ठोस निर्णय नहीं। लेते हैं तो 27 नवंबर को खुटार में आंदोलन कर सड़क मार्ग को बंद कर दिया जाएगा।