Singrauli News : सिंगरौली की सड़के राखड़ के गुबार से सनी! रहवासियों का हालबेहाल

Singrauli News : एनटीपीसी विंध्यांचल के शाहपुर स्थित राखड़ डैम से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रक, हाइवा, टेलर राखड़ लोड कर निकल रहे हैं। जिन वाहनों से राखड़ का परिवहन किया जाता है, उन वाहनों में ओवरलोड राखड़ भरा जाता है। जिससे सड़क पर राखड़ लोड वाहन जब चलते हैं तो पूरी सड़क में राखड़ गिरता जाता है। सड़क के किनारे के मकानों में रहने वाले लोग राखड़ की जहरीली धूल से परेशान हो उठे हैं। शाहपुर व आसपास के गांव गहिलगढ़, सेमराबाबा, तेलगवां आदि गांवों के लोग जहरीले राखड़ से दमा, सांस जैसी गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। राखड़ परिवहन के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा कुछ नियम तय किये गये हैं लेकिन एनटीपीसी के अधिकारी और ट्रांसपोर्टर सभी नियम कानूनों को धता बताकर मनमाने तरीके से राखड़ का परिवहन कर लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

कैंपशूल वाहनों की जगह हो रहा ट्रकों का उपयोग

शाहपुर ऐश डैम से राखड़ का उठाव होना भी जरूरी है। राखड़ परिवहन में पब्लिक को किसी तरह की समस्या न हो इसके लिए तय किया गया था कि राखड़ का परिवहन कैपशूल वाहनों में किया जाए ताकि राखड़ की धूल सड़क पर न गिरे और उड़े। कुछ ट्रांसपोर्टर एक दो कैपशूल वाहन दिखावे के लिए लगाए हैं बाकी पूरा राखड़ ट्रक, हाइवा जैसे वाहनों से ढोयी जा रही है। हाइवा और ट्रक में दिखावे के लिए कटी- फटी तिरपाल लगा दी जाती है लेकिन तिरपाल राखड़ गिरने से रोक पाने में कारगर नहीं है। जिन मागों से राखड़ लोड वाहन गुजरते हैं, उस पूरी रोड पर गीला राखड़ गिरता जाता है, सूखने के बाद यह धूल बन जाता है।

अनुचित लाभ पहुंचाने चल रहा ओवर लोडिंग का खेल

राखड़ लोडिंग में लगे ट्रांसपोर्टरों को अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए ओवर लोडिंग का खेल लंबे समय से चल रहा है। राखड़ परिवहन में लगे वाहनों में अगर ओवर लोडिंग न करने दी जाए तो सड़क पर जो राखड़ गिरती है वह नहीं गिरेगी। सूत्रों की मानें तो एनटीपीसी प्रबंधन से जुड़े कुछ अधिकारी और राखड़ परिवहनकर्ता आपस में मिलीभगत कर वाहनों में ओवर लोडिंग करते हैं। क्योंकि ओवर लोडिंग से ट्रांसपोर्टर को अच्छी-खासी बचत होती है। ओवर लोडिंग न हो, इसके लिए शाहपुर डैम के पास कांटा लगाया गया है लेकिन कांटे में भी गोलमाल किया जाता है।

क्या कहते हैं लोग

धार्मिक स्थल सेमराबाबा के दर्शन के लिए पहले जब जाते थे तो आसानी से पहुंच जाते थे। जब से राखड़ लोड वाहन सेमराबाबा मार्ग से निकलने लगे हैं, तभी से सेमराबाबा पहुंचना कठिन हो गया है। राखड़ लोड बड़े-बड़े वाहन निकलते हैं, जिससे पूरी सड़क पर राखड़ उड़ती है। धार्मिक स्थल तक अब प्रदूषण पहुंच गया है। जिससे निजात दिलाना जरुरी है। – राजेंद्र शाह, रहवासी

राखड़ लोड वाहन जब गुजरते हैं तो वाहनों में लदी राखड़ सड़क पर गिरती है। जरा सी हवा चलने पर राखड़ घरों के अंदर उड़कर आती है। जहरीली राखड़ की वजह से लोग दमा, सांस संबंधी गंभीर बीमारियों से ग्रसित हो रहे है। प्रदूषण की बढ़ती समस्या से निजात दिलाने के लिए एनटीपीसी के ईडी साहब को प्रभावी कदम उठाना होगा। – अन्नी सिंह, रहवासी

शाहपुर राखड़ डैम से राखड़ लोड कर आने वाले वाहनों के लिए अलग से मार्ग बनाया जाना चाहिए। कुछ साल पहले तक जो सड़कें खाली रहती थीं, आज उन्ही सड़कों पर राखड़ लोड वाहनों का कब्जा हो गया है। जिन मार्गों से राखड़ लोड वाहन गुजरते हैं, उन मार्गों में पब्लिक का चलना मुश्किल हो गया है। क्योंकि राखड़ से पूरी सड़कें पटी पड़ी है। -अभिनव दुबे, रहवासी

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