Jhingurda-Hanuman Mandir Singrauli : मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले को मध्य प्रदेश का हृदय स्थल कहा जाता है क्योंकि मध्य प्रदेश का सिंगरौली जिला एक अनोखा और दिलचस्प जिला है। सिंगरौली जिला ना तो केवल कोयले और बड़ी-बड़ी कंपनियों के लिए प्रसिद्ध है बल्कि यह जिला प्राचीनतम दार्शनिक स्थल, पर्यटन स्थल एवं सौंदर्यता के लिए भी प्रसिद्ध है। सिंगरौली जिले में ऐसे ऐसे अनोखे दृश्य देखने को मिलते हैं जो लोगों के लिए मनभावक एवं मनमोहक होते हैं।
आज के इस आर्टिकल में हम बात करने वाले हैं सिंगरौली जिले में स्थित एक अनोखी एवं प्राचीनतम हनुमान मंदिर के बारे में जहां पर ना तो बकरे की बलि दी जाती है और ना ही किसी मासूम जानवर की बलि दी जाती है बल्कि सिंगरौली जिले का यह अनोखा मंदिर नारियल की बली के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर हनुमान जी को खुश रखने के लिए नारियल का बली चढ़ाया जाता है, इसके अलावा भी इस हनुमान मंदिर में कई सारे ऐसे रहस्य हैं जिसे आज भी सिंगरौली वैसी नहीं जानते हैं तो चलिए बिना समय गवाएं जानते हैं इस मंदिर के पीछे का अनोखा रहस्य
झिंगुरदा हनुमान मंदिर सिंगरौली (Jhingurda-Hanuman Mandir Singrauli)
मध्य प्रदेश का एक सुंदर और अनोखा जिला सिंगरौली जिला है और सिंगरौली में एक नहीं बल्कि कई ऐसे दार्शनिक स्थल है जहां पर लोग दर्शन करने जाते हैं और अपनी मनोकामनाएं भगवान के सामने रखकर पूर्ण करते हैं। जिसमें से एक प्रसिद्ध हिंदू धर्म मंदिर हनुमान जी का मंदिर है, यह हनुमान मंदिर नार्दन कोलफील्ड्स लिमिटेड के झिंगुरदाह परियोजना में स्थित है, और इसे झीगुरदाह सोसाइटी द्वारा संचालित किया गया है। यह हनुमान मंदिर जिला मुख्यालय बैढ़न से करीबन 35 से 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां पर सिर्फ सिंगरौली वासी ही नहीं बल्कि मध्यप्रदेश के अलावा भी अन्य राज्यों से लोग हनुमान जी के दर्शन करने आते हैं, कहा जाता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से हनुमान जी के दर्शन करने आते हैं उनकी मनोकामना हनुमान जी जल्द ही पूरी करते हैं। झींगुरदा हनुमान मंदिर में जाने दर्शन करने जाने के लिए लोग बस, मोटरसाइकिल, कार एवं स्वयं के वहां का भी इस्तेमाल करते हैं ।
झिंगुरदा हनुमान मंदिर सिंगरौली का इतिहास
वैसे तो सिंगरौली जिले में कई ऐसे दार्शनिक स्थल है जहां पर दर्शन करने के लिए लोगों की भीड़ लगी रहती है लेकिन सिंगरौली जिले के झींगुरडा ऑडी मोड में स्थित हनुमान मंदिर काफी ज्यादा प्राचीनतम और प्रसिद्ध हनुमान मंदिर है। आपको बता दें कि यह हनुमान मंदिर मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा पर स्थित है यह मंदिर पहाड़ों पर बना हुआ है जहां आधी सीढ़ियां मध्य प्रदेश में है तो आधी सीढ़ियां उत्तर प्रदेश में आती है।
झिंगुरदा हनुमान मंदिर की सबसे अनोखी बात तो यह है कि यहां पर स्थित हनुमान जी की मूर्ति स्वयं ही प्रकट हुई है जी हां आप लोगों ने बिल्कुल सही सुना मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले के झींगुरदा परियोजना में स्थित हनुमान जी की मंदिर में विराजमान हनुमान जी की मूर्ति को ना तो किसी ने स्थापित किया है और ना ही किसी के द्वारा बनाया गया है बल्कि मंदिर के मुख्य पुजारी श्री राम लल्लू पांडे जी बताते हैं कि ऑडी हनुमान मंदिर स्थान पर 2000 साल पहले ही स्वयं से खुद व खुद प्रकट हुई थी जिसकी पूजा आराधना आज भी सिंगरौली वासी पूरे तन मन और धन से करते हैं कहा जाता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से यहां पर आता है और हनुमान जी से मन्नत मांगता है उनकी मनोकामना जल्द ही ऑडी हनुमान जी पूर्ण करते हैं, इसीलिए आप जब भी सिंगरौली जिले में घूमने के लिए आए तो एक बार झींगुरडा हनुमान मंदिर में अवश्य जाएं।
यहां दी जाती है नारियल की बलि
आपने यह तो जरुर सुना होगा कि आज इस मंदिर में बकरे की बलि चढ़ाई जा रही है तो कहीं पर मुर्गे की बलि चढ़ाई जा रही है, लेकिन आपने यह कभी नहीं सोचा होगा कि कोई मंदिर ऐसा भी है जहां पर ना तो बकरे की बलि चढ़ाई जाती है और ना ही किसी जानवरों को जान से मारा जाता है बल्कि नारियल की बलि चढ़ाई जाती है। लेकिन मध्य प्रदेश की सिंगरौली जिले में एक ऐसा अनोखा हनुमान मंदिर है जहां पर जानवरों की नहीं बल्कि नारियल की बलि चढ़ाई जाती है।
इसके अलावा जो लोग सच्चे मन से यहां पर हनुमान जी के नाम पर नारियल तोड़ते हैं और नारियल की बलि चढ़ाते हैं उनके ऊपर हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और उनके सभी मनोकामना पूरी करते हैं इसके अलावा लोगों का यह भी मानना है कि जो भी भक्त सच्चे मन से नारियल में लाल चुनरी बांधकर मंदिर में मन्नत मांगते हुए बांधते हैं तो उनकी मनोकामना जल्द ही पूरी होती है इसीलिए जो भी भक्त झींगुरडा हनुमान मंदिर जाते हैं वे लोग नारियल और चुनरी अवश्य बांधते हैं और बांधते समय अपनी मन्नत बोलते हैं जिससे भक्तों की मन्नत हनुमान जी तक पहुंच जाती है और हनुमान जी सभी भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं।