Singrauli News : समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी 2 दिसंबर से शुरू होगी। किसानों से धान की खरीदी करने के लिए जिले में 45 खरीदी केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों में 26 हजार किसान धान की उपज बेचेंगे। धान के अलावा ज्वार और बाजरा क्रय किए जाने के लिए जिले में 3 खरीदी केंद्र बनाए गए हैं। ज्वार-बाजरा की खरीदी 22 नवंबर से शुरू हो गई है, मगर सखरीदी केंद्रों पर अभी किसान उपज लेकर नहीं पहुंच रहे है। इस वर्ष जिले में धान का बंपर उत्पादन होने की संभावना है। यही वजह है कि बीते साल की तुलना में इस बार समर्थन मूल्य पर धान की उपज बेचने के लिए अधिक किसानों ने पंजीयन कराया है।
खरीदी के लिए यहां बनाए गए केंद्र
क्रय केंद्र बनाते समय ये ध्यान रखा गया है कि किसानों को धान लेकर अधिक दूर न जाना पड़े। केंद्रों में सेवा सहकारी समिति खुटार, परसौना, उतीं, तियरा क्रमांक 1, तियरा क्रमांक 2, वैढ़न, नवानगर, चिनगीटोला, गहिलय, प्राथमिक विपणन सहकारी समिति वैदन, कसुंआराजा, सखौहा, मकरोहर, माड़ा. कोयलखूंध, बिंदूल क्रमांक एक, बिंदूल क्रमांक दो, जमगड़ी क्रमांक 1. जमगड़ी क्रमांक 2. माड़ा क्रमांक एक, माड़ा क्रमांक दो, गढ़वा, रामगढ़, चतरी क्रमांक 1, चतरी क्रमांक 2, दुधमनिया, चितरंगी, बरहट, खम्हारडीह, घोघरा क्रमांक 1, घोघरा क्रमांक 2, सरई क्रमांक 1, सखं क्रमांक 2. प्राथमिक सहकारी विपणन एवं प्रक्रिया समिति सर्ख, झारा, निवास, महुआगांव, बरगवां, मझौली, पराई, सहुआर, इंटार, देवगवां क्रमांक 1 और देवगवा क्रमांक 2 शामिल है।
माड़ा में किसानों का पंजीयन सबसे अधिक समर्थन मूल्य पर धान की उपज बेचने के लिए सर्वाधिक 6487 किसानों ने माडा में पंजीयन कराया है। चितरंगी में 5970, सिंगरौली में 5232 सर्व में 4897, देवसर में 3225 व सिंगरौली नगर में 761 किसानों ने पंजीयन कराया है। सभी तहसीलों को मिलाकर जिले में इस साल समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए 26522 किसानों ने पंजीयन कराया है।
अंतिम दौर में चल रही धान की कटाई जिले में इस साल बरसात अच्छी हुई है, लिहाजा माना जा रहा है कि पिछले साल की तुलना में थान की उपज अधिक होगी। धान की कटाई भी लगभग अंतिम दौर में चल रही है,जो किसान पहले फसल की कटाई और गहाई कर चुके हैं उन्हें 2 दिसंबर का इंतजार है जब केंद्रों में खरीदी शुरू होगी। खरीदी केंद्रों में बिक्री के धान लाने से पहले किसानों की बुकिंग करनी होगी। बुकिंग के बाद जिस दिन का मैसेज मिलेगा उसी दिन किसानों को केंद्र पर धान लेकर पहुंचना होगा।
पंजीकृत किसान ही कर सकेंगे बिक्री
जिन किसानों ने समर्थन मूल्य पर धान की उपज बेचने के लिए पहले पंजीयन करा लिया है उन्हीं की धान खरीदी केंद्रों में क्रय की जाएगी। बगैर पंजीयन के जो लोग केंद्रों में आएंगे उनकी धान की उपज क्रय नहीं की जाएगी। प्रदेश में धान के उपज की कीमत अधिक होने से कई बार पड़ोसी राज्य यूपी व छत्तीसगढ़ से धान जिले में बेचने लाई जाती है। पड़ोसी राज्यों की धान जिले में न आए इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा प्रवेश मार्गों पर जांच टीम तैनात की जाएगी।
ज्वार-बाजरा बेचने के कम हुए पंजीयन
जिले में धान की उत्पादन अधिक होता है वहीं ज्वार और चाजरा का उत्पादन न के बराबर होता है। जिले में ज्वार की बिक्री करने के लिए 853 और बाजरा के लिए 58 किसानों ने पंजीयन कराया है। समर्थन मूल्य पर धान 2300 व ज्वार 3331 रुपये प्रति क्विंटल क्रय किया जाएगा। ज्वार, बाजरा की खरोदी के लिए जिले में सरई, वैढ़न और चितरंगी में एक-एक केंद्र बनाए गाए हैं। इस साल भी महिला स्व सहायता समूहों को खरीदी की जिम्मेदारी अभी तक नहीं दी गई है।
इनका कहना है
समर्थन मूल्य पर धान की उपज कय किए जाने के लिए 45 सखरीदी केंद्र बनाए गए हैं। ज्वार और बाजरा की सारीदी के लिए तीन केंद्र बाते है। समर्थन मूल्य पर धान की उपज बेधले के लिए 26 हजार से अधिक किसानों ने पंजीयन कठय है। धान की खरीदी 2 दिसंबर से हुरु होगी। – पीसी चंद्रवंशी, जिल आपूर्ति अभिकारी